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अजब-गजब: घटती जन्म दर से परेशान जापान का फैसला, डेटिंग एप लॉन्च करने की तैयारी; मस्क बोले- मैं बहुत खुश

आपको जानकर हैरानी होगी कि तेजी से बढ़ती आबादी के बावजूद दुनिया के कई ऐसे देश हैं, जहां जन्मदर घटती जा रही है। ऐसे में इन देशों की सरकार ज्यादा बच्चे पैदा करने पर जोर दे रही है। इसके लिए नए-नए पैतरे आजमाए जा रहे हैं। अब जापान में टोक्यो प्रशासन देश की घटती जन्म दर से निपटने के लिए एक कदम उठाने जा रहा है। यहां सरकार जल्द ही एक डेटिंग एप लॉन्च करने वाली है। इस कदम की स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने तारीफ की है। उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जा रहा है। 

मस्क के इतने बच्चे
बता दें, एक्स के मालिक मस्क हमेशा ही लोगों से ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए आग्रह करते हैं। उनके खुद के 11 बच्चे हैं। साल 2021 में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था कि अगर लोग अधिक बच्चे पैदा नहीं करेंगे तो सभ्यता खत्म हो जाएगी। उस समय उनके छह बच्चे थे। 

जापान की तारीफ की
एलन मस्क ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर लिखा, 'मुझे खुशी है कि जापान सरकार इस मामले की अहमियत को पहचानती है। अगर ऐसे कदम नहीं उठाए जाएंगे तो जापान और कई अन्य देश गायब हो जाएंगे।'  एक्स के मालिक ने पिछले साल इटली में एक राजनीतिक कार्यक्रम में एक बार फिर घटती जन्मदर का मुद्दा उठाया था। उन्होंने दावा किया था अधिक बच्चे पैदा करना जनसंख्या में आ रही गिरावट को रोकने का एकमात्र तरीका है, जिससे विश्व की कई उन्नत अर्थव्यवस्थाओं को खतरा है।

ऐसे लोग उठा पाएंगे एप का लाभ
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टोक्यो राष्ट्रीय जन्म दर को बढ़ावा देने के लिए इस गर्मी की शुरुआत में अपना खुद का डेटिंग एप लॉन्च करेगा। इसकी जानकारी एक अधिकारी ने मंगलवार को दी। उन्होंने बताया कि उपयोगकर्ताओं को यह साबित करने के लिए दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता होगी कि वे कानूनी रूप से सिंगल हैं। एक पत्र पर हस्ताक्षर भी करना होगा, जिसमें लिखा होगा कि वह शादी करने के लिए तैयार हैं। जबकि नागरिकों के लिए जापानी डेटिंग एप्स पर अपनी आय बताना अनिवार्य होगा। लोगों को अपना वार्षिक वेतन साबित करने के लिए कर प्रमाणपत्र भी जमा कराना होगा। वैसे किसी सरकार द्वारा डेटिंग एप्स तैयार करना खुद में ही खास बात है। टोक्यो प्रशासन ने कथित तौर पर एप्स और अन्य परियोजनाओं के माध्यम से विवाह को बढ़ावा देने के लिए अपने 2023 के बजट में 20 करोड़ येन और अपने 2024 के वित्तीय बजट के लिए 30 करोड़ येन आवंटित किए हैं।

90 वर्षों में पहली बार सबसे कम 
फरवरी में जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जापान की जन्म दर लगातार आठवें साल गिरकर 2023 में नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई है। जन्मों की संख्या एक साल पहले की तुलना में 5.1 प्रतिशत घटकर 758,631 हो गई, जबकि शादियों की संख्या 5.9 प्रतिशत घटकर 489,281 हो गई। 90 वर्षों में पहली बार यह संख्या 500,000 से नीचे आ गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में जापान में नए शिशुओं की तुलना में दोगुनी से अधिक मौतें दर्ज की गईं।

यह भी कदम उठाया
शादी के कई सालों बाद भी ज्यादातर लोग यहां बच्चे पैदा नहीं करते हैं। इसके चलते जापान में युवाओं की संख्या लगातार घटती जा रही है, जबकि बुजुर्ग बढ़ते जा रहे हैं। अब जापान में काम करने वालों की संख्या कम हो गई है। यह देश अपनी घटती आबादी के चलते परेशान है। जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जापानी लोगों पर किए गए एक नए सर्वे में पाया गया है कि 18 से 34 साल की उम्र के 70 प्रतिशत अविवाहित पुरुषों और 60 प्रतिशत अविवाहित महिलाओं की रिलेशनशिप में दिलचस्पी ही नहीं है। 30 फीसदी ऐसे जोड़े भी हैं, जिनके यहां शादी के कई सालों बाद भी बच्चे नहीं हैं। इसी के चलते यहां की सरकार बच्चे पैदा करने पर नकद इनाम देती है। हर बच्चे पर अब छह लाख रुपये का इनाम दिया जाता है। जापान में जन्म दर महज 1.46 है, जो देश के लिए चिंता का विषय है।

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