पत्नि के चरित्र पर शक करता था पत्नि और साली का डबल मर्डर करने वाला एएसआई
बाद में समझौता करना चाहता था, लेकिन साली समझाने का मौका नहीं देती थी
पकड़ा नहीं जाता तो था एक एसआई की हत्या के बाद सुसाइड का इरादा
भोपाल। राजधानी के ऐशबाग थाना इलाके के सुभाष नगर स्थित एक बिल्डिंग के फ्लैट में रहने वाली पत्नी विनीता और साली मेघा की चाकू से गोदकर बेरहमी से हत्या करने वाले आरोपी एएसआई योगेश मरावी ने पुलिस की शुरुआती पूछताछ में चौकांने वाले खुलासे किए हैं। हालांकि आला अधिकारियो ने आरोपी से पूछताछ के बारे में स्पष्ट जानकारी देने से हाथ पीछे खींच रखे है, लेकिन पुलिस सूत्रो की मानी जाये तो आरोपी योगेश ने ने पुलिस को बताया कि उसे शक था की उसकी पत्नी और ग्वालियर में पदस्थ एक एसआई के बीच नजदीकियां हैं। और फरारी के दौरान वह उस एसआई की हत्या के बाद आत्महत्या करना चाहता था। लेकिन उसकी उम्मीद के खिलाफ पुलिस ने उसे काफी जल्दी पकड़ लिया। सूत्रो का यहॉ तक कहना है की उसकी तलाशी के दौरान ऐसे सुराग मिले है जिसमें उसने पत्नी की नजदीकियो के साथ ही साली द्वारा पति-पत्नी के बीच समझौता न होने देने के साथ ही साली द्वारा लगातार पत्नि को भड़काते हुए उससे दूर रखने की बातें है। हालांकि अफसरो की उसकी बात पूरी तरह गले नहीं उतर रही है, क्योंकि पुलिस विभाग में होने के बाद भी उसने यह कैसै सोच लिया था, कि खुलेआम आकर दो लोगो की हत्या के बाद भी वह आसानी से फरार होकर ग्वालियर जाकर एक और हत्या कर देगा और पुलिस उसे पकड़गी नहीं। जबकि उसे यह अच्छे से पता है कि आरोपी को पकड़ने के लिये पुलिस द्वारा कौन-कौन से प्रयास किये जाते है। गौरतलब है की डबल मर्डर के चार घंटे के अंदर ही पुलिस ने उसे दबोचा लिया था। पुलिस मामले में अन्य बिंदुओ की पड़ताल करने के साथ ही उसके बयानों की तस्दीक करते हुए आगे की जांच कर रही है।
ऐसा था मारी गई दोनो बहनो का जीवन
बालाघाट निवासी गुड़िया उर्फ विनीता मरावी पत्नि योगेश मरावी (40) और उसकी बहन मेघा उइके पिता जयपाल सिंह (35) के पिता सरकारी स्कूल से प्रिंसिपल के पद से रिटायर्ड है, उनका कोई बेटा नहीं था। अपनी दोनो बेटियों की उन्होनें बड़े प्यार से परवरिश कर अच्छी शिक्षा दिलाई थी। छोटी बेटी मेघा खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग में वित्त लेखाधिकारी थी। जिसके चलते वह फिलहाल भोपाल के पदमनाभ नगर के पास सिमी अपार्टमेंट फेज-2 की दूसरी मजिंल पर बने फ्लैट में किराये से रहती थी। विनीता की शादी योगेश से हुई थी, योगेश मरावी पुलिस विभाग मे है, और फिलहाल मंडला के मंडला मवई थाने में एएसआई के पद पर पदस्थ है। लेकिन कई सालो बाद भी उनकी कोई संतान नहीं थी।
पत्नी के चरित्र पर शक के बाद जिंदगी में घुल गया था जहर, रिश्ता खत्म होने की कगार पर था
बाद में योगेश पत्नि विनीता के चरित्र पर शक करने लगा था, उसे संदेह था की पत्नि की ग्वालियर में पदस्थ एक एसआई से काफी नजदीकियां है। इस शक के कारण उनके बीच करीब 5 साल से मनमुटाव चलता रहा। योगेश के लगातार शक करने के चलते बीते 4 महीनों में उनका झगड़ा काफी बढ़ गया। रोजाना के झगड़ो और पति के शक के कारण मानसिक रुप से परेशान विनीता बीते 4 महीनो से अपने मायके आकर रहने लगी थी। कुछ दिन पहले उन दोनों के परिवारों के बीच बातचीत हुई थी, जिसमें दोनों का तलाक करवाने की बात हुई थी। और मंगलवार को ही तलाक के पेपर तैयार होने थे।
विनीता के भोपाल में रहने को लेकर जताता था ऐतराज, साली समझाने का मौका नहीं देती थी
माता-पिता के पास रह रहीं विनीता को भोपाल में रहने वाली छोटी बहन मेघा ने उसे कुछ दिन रहने के लिये अपने पास बुला लिया था। लेकिन योगेश को शक था की विनीता का भोपाल में किसी से मिलना-जुलना होता है, शक के कारण योगेश विनीता से ससुराल या मायके में रहने की बात कह चुका था। पुलिस जांच में सामने आया है कि योगेश विनीता को घर ले जाना चाहता था, लेकिन उसकी साली मेघा उसे विनीता से बात नहीं करने देती थी। कुछ दिन पहले वह विनीता को समझाइश देने के लिये उससे मिलने भोपाल आया था, उस समय मेघा ने पुलिस को फोन कर दिया था। योगेश को लगता था की मेघा ही उसकी पत्नि विनीता को लगातार भड़काती रहती है, और उससे मिलने से भी रोकती है। योगेश पत्नि को समझाइश देते हुए अपने खराब हुए रिश्ते को लेकर समझौता करने का प्रयास भी कर रहा था। परिवार वाले भी योगेश और उसकी पत्नी के बीच काउंसिलिंग का प्रयास कर रहे थे। लेकिन साली का व्यवहार देख योगेश पत्नि से ज्यादा जलन साली से रखने लगा और उसने दोनो को ही सबक ठिकाने की ठानते हुए भयानक योजना बना डाली।
तलाक के पेपर तैयार होने से पहले की कर दी दोनो की हत्या
दोनो बहनो विनीता और मेघा की हत्याकांड वाले दिन यानि मंगलवार को योगेश और विनीता के तलाक के पेपर तैयार होने थे। लेकिन इससे पहले योगेश सिक लीव लेकर पत्नी और साली की हत्या करने कि नियत से किराए की कार से भोपाल आया था। लोकेशन ट्रेस न हो इसलिए वह मोबाइल मंडला में छोड़ आया था। योगेश को पता था की उसकी आवाज पर विनीता और मेघा दरवाजा नहीं खोलेगी। इसलिए मंगलवार को वह कामवाली बाई के पीछे-पीछे पत्नी-साली के घर पहुंचा और दरवाजा खुलते ही बाई को धक्का देकर अंदर घुस गया। भीतर जाकर उसने पत्नी और साली के शरीर पर चाकू से इतने वार किये कि उनके शरीर से निकला खून फ्लैट में चारो और फर्श पर फैल गया। पुलिस को शव कपड़े में लपेट कर ले जाने पड़े थे, इस दौरान भी उनके शरीर से निकल रहा खून सीढ़ियो पर गिरा था।