नारायणपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार की पारदर्शी धान खरीदी प्रक्रिया ने किसानों के जीवन में नई उम्मीद जगाई है। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के तहत् 14 नवम्बर 2024 से शुरू हुई धान खरीदी प्रक्रिया के माध्यम से जिले के 17 धान खरीदी केंद्रों में समुचित व्यवस्थाओं के साथ किसानों का धान क्रय किया जा रहा है। राज्य सरकार ने बारदाने, छाया, पेयजल, मेडिकल किट जैसी सभी आवश्यक सुविधाओं को धान खरीदी केंद्रों पर सुनिश्चित किया है। खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता और कुशलता लाने के लिए ऑनलाइन टोकन प्रणाली लागू की गई है, जिससे किसानों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ रहा। इसके साथ ही, नोडल अधिकारियों द्वारा समय-समय पर निरीक्षण के कारण अब तक किसानों को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा है। धान बेचने के बाद किसानों को भुगतान में भी तेजी लाई गई है। दो दिनों के भीतर राशि उनके खातों में अंतरित हो रही है। इस पहल ने किसानों को बिचौलियों से मुक्ति दिलाई है और समय पर उनकी मेहनत का सही दाम सुनिश्चित किया है।
माहका धान खरीदी केंद्र पर धान बेचने आए किसान नंद कुमार शर्मा ने अपने अनुभव साझा करते हुए विष्णु सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि उनके पास 2 एकड़ खेत है, जिसमें उन्होंने इस साल 44 क्विंटल धान का उत्पादन किया। शर्मा ने कहा कि इस बार समर्थन मूल्य पर धान बेचने की प्रक्रिया पहले से अधिक सरल और पारदर्शी है। ऑनलाइन टोकन प्रणाली से अब लंबी कतारों से बचाव हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि 3100 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मानक ने किसानों के लिए राहतभरी स्थिति बनाई है। केंद्र पर व्यवस्थाओं और अधिकारियों के सहयोग से वे बेहद संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि अब हमें बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। सरकारी कर्मचारी और अधिकारी पूरी तत्परता से मदद कर रहे हैं। धान की बिक्री से मिले धन का उपयोग वे खेती-बाड़ी के सुधार और पारिवारिक आवश्यकताओं को पूरा करने में करेंगे। किसान नंद कुमार ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार की यह पहल किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है। केंद्र में आए अन्य किसानों ने भी मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए उम्मीद जताई कि ऐसी सुविधाएं भविष्य में भी जारी रहेंगी और कहा कि विष्णु सरकार की योजनाओं ने हमें आत्मनिर्भर बनने का मौका दिया है।