अंबिकापुर
राष्ट्रीय राजमार्ग पर सूरजपुर से लगे चंद्रपुर ओवरब्रिज के पास शुक्रवार तड़के तेज रफ्तार स्कार्पियो पटल गई। जानकारी के मुताबिक, तेज रफ्तार में गाड़ी का पहिया निकलने से हादसा हुआ।
वाहन में 2 महिलाओं और बच्चे सहित सात लोग सवार थे। इनमें दोनों महिलाओं सहित तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पिता और उसके दस वर्षीय पुत्र को घायल अवस्था में अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी अंबिकापुर से मनेन्द्रगढ़ शादी समारोह में शामिल होकर वापस लौट रहे थे।
जानकारी के अनुसार, अंबिकापुर निवासी दिनेश चौधरी, 40 साल, निवासी दर्रीपारा अंबिकापुर के स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक सीजी 15 ईई 3561 से मनेन्द्रगढ़ शादी के रिसेप्शन पार्टी में गए हुए थे।
वापस आते समय तड़के करीब साढ़े तीन बजे चंद्रपुर ओवर ब्रिज में स्कार्पियो का पीछे का चक्का निकल गया। इससे वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। वाहन को दिनेश चौधरी चला रहा था।
वाहन पलटने से आनंद चौधरी पिता संजय चौधरी, 28 वर्ष, झारसुगुड़ा, ओडिशा, रीता चौधरी पति दिनेश चौधरी, उम्र 46 वर्ष, दर्रीपारा अंबिकापुर और पुष्पा माझी पति संतोष मांझी, 40 वर्ष, एनटीपीसी कोरबा की मौत हो गई।
दुर्घटना में अजय नाथ चौधरी पिता विद्या नाथ, 38 वर्ष एवं अनिकेत चौधरी पिता अजय नाथ चौधरी, 10 वर्ष झारसुगुड़ा ओडिशा को चोट आई है। पिता पुत्र को जिला अस्पताल सूरजपुर से अंबिकापुर रेफर कर दिया गया है।
इस बीच, प्रतापपुर से भी एक सड़क दुर्घटना की सूचना है। गुरुवार शाम बनारस मार्ग पर स्थित भेड़िया गांव के स्कूल के पास हुई दुर्घटना में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर में कार्यरत एंबुलेंस चालक की मौत हो गई।
जानकारी अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर में एंबुलेंस चालक के पद पर कार्यरत चंद्रभास्कर पटेल 45 पिता सियाराम पटेल निवासी रेवटी भुरारीडांड़ गुरुवार सुबह लाइसेंस संबंधित कार्य कराने बाइक द्वारा आरटीओ कार्यालय अंबिकापुर गए थे।
शाम को लगभग छह बजे के करीब बनारस मार्ग पर स्थित ग्राम भेड़िया के स्कूल के पास पंचायत सचिव अनिल गुप्ता ने उन्हें दुर्घटनाग्रस्त हालत में सड़क पर पड़ा देखा। उन्हें उपचार के लिए अपनी कार द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इधर मामले को लेकर रेवटी चौकी प्रभारी कृष्णा सिंह ने बताया कि आसपास के लोगों से की गई पूछताछ से पता चला है कि चंद्रभास्कर पटेल की दुर्घटना किसी वाहन की टक्कर से नहीं बल्कि जब वे वापस अपने घर भुरारीडांड़ लौट रहे थे तब भेड़िया स्कूल के पास अचानक अनियंत्रित होकर बाइक से गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे जिसके कारण उनकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि चंद्रभास्कर स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर की एंबुलेंस के इकलौते चालक थे। वे अपने पीछे दो पुत्री व पत्नी को रोता बिलखता छोड़ गए हैं। इस घटना से क्षेत्र में शोक का माहौल निर्मित हो गया है।