रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायपुर में 14 नवंबर से अब तक राज्य में 32.29 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है. अब तक राज्य में 6.80 लाख किसान अपना धान बेच चुके हैं. वहीं, अब तक धान का उठाव नहीं होने से खरीदी केंद्रों में परेशानी हो रही थी. अब तक 22 राइस मिल संचालकों ने खरीदी केंद्रों से सिर्फ 2335.64 मीट्रिक टन धान का उठाव किया है. अब सोमवार से धान खरीदी केंद्रों में धान का उठाव तेज हो जाएगा. शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से चर्चा के बाद राइस मिल एसोसिएशन ने धान का उठाव करने का फैसला लिया है.
किसानों को 6807 करोड़ 82 लाख करोड़ का भुगतान
इस खरीफ वर्ष के लिए 27.68 लाख किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया था. इसमें 1.45 लाख नए किसान शामिल हैं. इस वर्ष 2739 खरीदी केंद्रों के जरिए 160 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी का अनुमान है. अब तक राज्य में 6.80 लाख किसान अपना धान बेच चुके हैं. इसके एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 6807 करोड़ 82 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। यह धान खरीदी अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगा। वहीं, धान खरीदी केन्द्रों पर शिकायत एवं निराकरण के लिए राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिनका नंबर 0771-2425463 है। इस हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके धान बेचने वाला कोई भी किसान अपनी समस्या का समाधान करा सकता है।
धान खरीदी केन्द्रों में 72,194 गठान बारदाने उपलब्ध
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए कुल 4 लाख गठान नए बारदाने की आवश्यकता है, जिसके विरूद्ध 3.51 लाख नए बारदाने राज्य को प्राप्त हो चुके हैं। शेष बारदाने आगामी 15 से 20 दिनों में प्राप्त हो जाएंगे। अब तक धान खरीदी के लिए पीडीएस बारदाने के 32392 गठान, मिलर बारदाने के 23078 गठान तथा किसान बारदाने के 10176 गठान का उपयोग किया जा चुका है।
खरीदी केन्द्रों पर उपयोग के लिए 18985 गठान पीडीएस बारदाने तथा 54209 गठान मिलर बारदाने उपलब्ध हैं। इसके अलावा यदि किसान स्वयं के बारदाने में धान लेकर आ रहा है तो उसे 25 रुपए प्रति गठान का भुगतान किया जा रहा है। किसानों को भुगतान के लिए सरकार ने अपेक्स बैंक को 11 करोड़ 23 लाख रुपए जारी कर दिए हैं।