निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने उठाया, मध्य प्रदेश में एक दंपती की मौत का मामला
पटना। बिहार में पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने शनिवार को मध्य प्रदेश में एक दंपती की मौत का मामला उठाया। सांसद पप्पू ने कहा कि एक व्यक्ति ने संघर्ष शुरू किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यात्रा की शुरुआत की। उन्हें एक बच्चे ने अपनी तिजोरी तोड़ कर पैसे दिए। ईडी की गुंदागर्दी देखिए कि उसके दोनों मां-बाप को मरना पड़ा। दोनों मां-पिता ने आत्महत्या कर ली। वे बच्चे कह रहे है ईडी के लोगों ने उन्हें कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ बयान दे दो, उसके बाद उन्हें मुक्त किया जाएगा।
पप्पू यादव ने कहा कि चमन का हर फूल बेच दिया, वे कहते है बगीचा आबाद कर रहे हैं। इंसाफ की बात नहीं कर यहां के लोग खंजर को आबाद कर रहे हैं। राजा कहते है प्रजा की मुहर चाहिए, सच बोलने की सजा यहां पर मौत है। सांसद पप्पू यादव ने कहा कि जो आज झुक रहे जुल्म के सामने, कल उनकी जुबां पर लफ्ज नहीं होगा। बाजारों में अब बिकती है कि किस्मत, कानून चुप है, हुकूमत कहती है कि सब ठीक है। सच बोलने वाले को कुचल दिया यह कह कर सच भ्रामक है। जो चुप रहे वे पहरेदार हो गए। अब कानून किताबों में सजा हूं, राजनीति का सच हर घर में जला हुआ है।
वहीं सांसद राजेश रंजन ने कहा कि हर जश्न के पीछे किसी की चीखें हैं और हर झंडे के नीचे दिल डरा हुआ है। उनकी तिजोरियां भर रही थी। हम रोटी के टुकड़ों पर जंग लड़ रहे थे। जो चुन कर भेजे थे, हमें बचाने को, वहीं हमारे गर्दन को मरोड़ रहे हैं। सांसद पप्पू यादव ने कहा कि हम वन नेशन और वन इलेक्शन की बात करते हैं, वन नेशन-वन फ्री एजुकेशन, फ्री हेल्थ की बात नहीं करते हैं। देश की जनता पर 84 करोड़ को हम ऐसा अनाज दे रहे है, जिससे उनके स्वस्थ रहने की परिकल्पना नहीं की जा सकती। देश में 90 प्रतिशत बीमारियां दूषित जल के कारण है। आप एक ओर 80 हजार करोड़ मेडिकल माफिया को दिया जा रहा है। 40 लाख हजार करोड़ शिक्षा का निजीकरण हो रहा है। ये निजीकरण खत्म कब होगा। इसके पहले सांसद पप्पू यादव ने रामधारी सिंह दिनकर की कविता-समर शेष है, नहीं पाप का भागी केवल व्याध, जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनके भी अपराध का पाठ किया।