शाह का बचाव करने और कांग्रेस-सपा को बेनकाब करने जवाबी अभियान चलाएगी बीजेपी?
लखनऊ। डॉ बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर विपक्षी दलों का लगातार विरोध जारी है। अब बीजेपी ने भी विपक्ष के खिलाफ पलटवार करने की खास रणनीति तैयार कर ली है। बीजेपी दलितों से संबंधित मुद्दों पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को बेनकाब करने जवाबी अभियान शुरू करने की तैयारी कर रही है। पार्टी ने अपने एससी-एसटी मोर्चा और समुदाय को एकजुट करने और केंद्र और यूपी में पिछली कांग्रेस और सपा सरकारों के समय उठाए गए दलित विरोधी कदमों को उजागर करने के लिए सभी विधानसभा सीटों पर जवाबी अभियान की योजना बनाने के लिए कहा है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक यूपी बीजेपी एससी-एसटी मोर्चा के अध्यक्ष रामचंद्र कन्नौजिया ने कहा है कि कांग्रेस और सपा दलितों की सबसे बड़ी दुश्मन हैं। यह एक ऐतिहासिक सच्चाई है जिसे लोगों को बताने की जरूरत है। उन्होंने सीएम योगी से मुलाकात की और कई उपाय रखे, जिन्हें सरकार सामाजिक रूप से उत्पीड़ित वर्गों के कल्याण के लिए शुरू कर सकती है। रणनीति के बारे में उन्होंने बताया कि पार्टी जमीनी स्तर पर विपक्ष को बेनकाब करने के लिए अभियान शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी विपक्ष की पिछली सरकारों में दलितों के खिलाफ उठाए गए कदम और नारों को उजागर करेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी में होने वाले चुनावों के बाद इस अभियान की शुरुआत की जाएगी। इस बारे में दलित बहुल्य इलाकों में जानकारी दे दी गई है और पिछले 10 सालों में बीजेपी द्वारा दलितों के लिए किए कामों की चर्चा की जाएगी।
वहीं शाह द्वारा किए गए बाबा साहेब आंबेडकर के अपमान के विरोध में कांग्रेस 24 दिसंबर को पूरे भारत में मार्च निकालेगी। केंद्रीय महासचिव केसी बेणुगोपाल ने इस संबंध में राज्यों को पत्र भेजा है। इसे बाबा साहब भीमराव आंबेडकर सम्मान मार्च नाम दिया गया है। इसके पहले कांग्रेस सांसद और सीडब्ल्यूसी के सदस्य अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों, राज्य मुख्यालयों, जिला मुख्यालयों पर पत्रकारों से बातचीत कर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफा की मांग करेंगे।
सपा ने डा. आंबेडकर के अपमान को मुद्दा बनाते हुए शनिवार को प्रदेशभर में जिलाधिकारियों के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर अमित शाह से इस्तीफे की मांग की। लखनऊ में पार्टी के जिला व महानगर के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा।
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर का किए गए अपमान के खिलाफ 24 दिसंबर को देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला किया है। बसपा प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करेगी।