पद वृद्धि की मांग को लेकर प्रतीक्षारत अध्यापकों ने उज्जैन में निकाली दंडवत यात्रा, रामघाट पर किया जल सत्याग्रह
उज्जैन: पदों में वृद्धि की मांग को लेकर प्रतीक्षारत शिक्षकों ने शुक्रवार को उज्जैन रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक दंडवत यात्रा निकाली। वर्ग-1 की चयन एवं पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। सभी अभ्यर्थी तीन दिन तक उज्जैन में रहकर शिप्रा नदी और टावर चौक पर धरना देंगे।
महाकाल मंदिर में समाप्त होगी दंडवत यात्रा
पदों में वृद्धि की मांग कर रहे चयनित शिक्षक इससे पहले दिल्ली और भोपाल में प्रदर्शन कर चुके हैं। अब धार्मिक नगरी उज्जैन में भी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। चयन एवं पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी प्रतीक्षा सूची में रखे जाने से नाराज प्रदेश भर से उज्जैन पहुंचे अभ्यर्थियों ने दंडवत यात्रा शुरू की। यह विरोध यात्रा महाकालेश्वर मंदिर में समाप्त होगी।
बाबा महाकाल से पदों में वृद्धि की मांग
महिलाओं ने डेढ़ किलोमीटर तक दंडवत यात्रा निकालकर महाकाल से पदों में वृद्धि की मांग की। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने उच्चतर माध्यमिक शिक्षक प्रतीक्षा 2023 परीक्षा उत्तीर्ण की है। सरकार का कहना है कि 58 हजार से अधिक पद रिक्त हैं। इसके बाद भी हमें पदस्थापना नहीं दी जा रही है। 10 हजार से अधिक अभ्यर्थी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं।
भोपाल में किया विरोध प्रदर्शन
अभ्यर्थियों ने कहा कि हमने 2023 में दो परीक्षाएं दी हैं। अब हम योग्य प्रतीक्षारत शिक्षक हैं। उन्होंने कहा, 'हम पिछले डेढ़ साल से प्रयास कर रहे हैं। हमने दिल्ली से लेकर भोपाल तक विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन सरकार चुप है। हमारा अनुरोध है कि सरकार चयनित शिक्षकों की तत्काल भर्ती करे।'