बिलासपुर । मिशन अस्पताल की संपत्ति के अधिग्रहण की प्रक्रिया के बाद प्रशासन द्वारा यहां पर अविध रूप से चलाई जा रही फॉर्मेसी से दवाइयों की जब्ती की। इस दौरान नजूल तहसीलदार ने अवैधानिक गतिविधि में लिप्त एक ठेकेदार को फटकार भी लगाई। अस्पताल के मुख्य भवन, फार्मेसी सहित अन्य भवनों को भी सील कर प्रशासन ने अपने अधिपत्य की जानकारी देते हुए नोटिस चस्पा किया है। नजूल और नगर निगम द्वारा मिशन अस्पताल परिसर सहित भवनों के चरणबद्ध अधिग्रहण की कार्रवाई की जा रही है। इसके पहले 4 नवम्बर को भी परिसर में कमिश्नर द्वारा मिशन अस्पताल प्रबंधन की अपील खारिज करने के आदेश की जानकारी देते हुए सूचना के पोस्टर चिपकाए गए थे। साथ ही जर्जर भवनों के खतरनाक होने की सूचना देते हुए यहां पर अनाधिकृत प्रवेश को भी प्रतिबंधित किया गया है। यहां स्थित फॉर्मेसी डॉ बद्री जायसवाल के नाम पर थी, जिसका लाइसेंस निरस्त किया जा चुका है। इसके बाद भी यहां फॉर्मेसी का अवैध संचालन करते हुए परिसर के आसपास खुले में दवा बिकवाने की सूचना प्रशासन को मिली। इसके बाद नजूल और निगम के अधिकारियों ने पहुंचकर यहां से बड़ी मात्रा में दवाइयों के कार्टन जब्त किए।
जर्जर भवनों को ढहाने की भी योजना
मिशन अस्पताल के दोनों तरफ सडक़ को चौड़ा करने सहित यहां अन्य कार्य भी कराए जाने हैं। इसके लिए खतरनाक घोषित जर्जर भवनों को ढहाने की प्रक्रिया निगम और प्रशासन द्वारा शुरू कराने की जानकारी दी जा रही है। साथ ही यहां पर कुछ लोगों द्वारा अवैध प्लॉटिंग की कोशिश करने की जानकारी प्रशासन को मिली। कार्रवाई के दौरान ऐसे ही एक ठेकेदार को नजूल तहसीलदार शिल्पा भगत ने फटकार भी लगाई।