विदेश

रूस के साथ जंग खत्म करने को तैयार यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की

यूक्रेन हाल ही में अपने 10 लोगों को रूसी कैद से वापस लाने में कामयाब रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कैदियों की रिहाई के बारे में शुक्रवार को जानकारी दी। इसी बीच उन्होंने बताया कि रूस के साथ जंग समाप्त करने के लिए वह एक बड़ी योजना तैयार कर रहे हैं। उनका मानना है कि उनकी योजना का दुनिया के अधिकांश देशों द्वारा समर्थन किया जाएगा। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने स्लोवेनियाई राष्ट्रपति नताशा पिर्क मुसर के साथ शुक्रवार को कीव में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हमारे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम युद्ध को समाप्त करने के लिए एक ऐसी योजना पेश करें, जिसका दुनिया के अधिकतर देशों द्वारा समर्थन किया जाएगा।'  
उन्होंने आगे कहा कि यह कूटनीतिक मार्ग है, जिस पर हम काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यूक्रेन और रूस के बीच वर्तमान में कोई बातचीत नहीं चल रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सार्वजनिक बयानों के आधार पर, यूक्रेन और रूस के बीच वर्तमान में कोई बातचीत नहीं चल रही है और संभावित शांति समझौते की शर्तों के मामले में दोनों पक्ष पहले की तरह ही एक दूसरे से दूर दिखाई दे रहे हैं। यूक्रेन ने बार-बार कहा है कि शांति वार्ता शुरू होने से पहले रूस को अपने सैनिकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त क्षेत्र से बाहर निकालना होगा, जिसमें क्रीमिया प्रायद्वीप भी शामिल है। इसपर मॉस्को ने 2014 में कब्जा कर लिया था। हालांकि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन से मांग कर रहे हैं कि वह अपने पूर्व और दक्षिण के क्षेत्रों को खाली करके आत्मसमर्पण कर दे, जिस पर अब रूस का कब्जा है।

10 और लोगों को रूसी कैद से वापस लाने में कामयाब

इससे पहले, जेलेंस्की ने एक पोस्ट में कहा, हम अपने 10 और लोगों को रूसी कैद से वापस लाने में कामयाब रहे। हालांकि, जेलेंस्की ने यह नहीं बताया कि रिहाई यूक्रेन में बंद रूसी कैदियों से जुड़े समझौते का हिस्सा थी या नहीं। जेलेंस्की ने बताया कि जिन लोगों को रिहा किया गया है, उनमें से कुछ 2017 से जेल में हैं। इन लोगों को पूर्वी यूक्रेन के रूसी नियंत्रित हिस्सों से गिरफ्तार किया गया था। रूस ने 2014 से ही क्रीमिया प्रायद्वीप के साथ चार यूक्रेनी क्षेत्र- डोनेट्स्क, खेरसॉन, लुगांस्क और जापोरिजिया पर कब्जा किया हुआ है। 
 

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