ट्रंप से बहस में पिछड़ने के बाद आलोचकों के निशाने पर बाइडन, ओबामा ने भी माना- नवंबर में बहुत कुछ दांव पर
वॉशिंगटन। अमेरिका के अटलांटा में राष्ट्रपति चुनाव के लिए डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन के बीच पहली बहस हुई। इस बहस में डोनाल्ड ट्रंप भारी पड़े और जो बाइडन बोलते हुए लड़खड़ाते नजर आए। जिसके बाद बाइडन की बढ़ती उम्र को लेकर चिंताएं फिर से उभर आई हैं और बाइडन के कई आलोचक उनकी उम्मीदवारी पर सवाल उठा रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी माना है कि बाइडन के लिए यह एक बुरी बहस वाली रात थी। हालांकि उन्होंने राष्ट्रपति बाइडन में अभी भी अपना भरोसा जताया और कहा कि नवंबर में बहुत कुछ दांव पर है। बहस के बाद सोशल मीडिया पर जो बाइडन को लेकर काफी मीम्स प्रसारित होने शुरू हो गए। साथ ही ये भी आशंका जताई जाने लगी कि क्या नवंबर के चुनाव में बाइडन, ट्रंप को रोक पाएंगे? इन आशंकाओं और आलोचनाओं के बीच पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, बाइडन के बचाव में उतरे हैं। सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में ओबामा ने लिखा कि 'बहस की बुरी रात होती हैं, लेकिन मेरा विश्वास कीजिए, मैं जानता हूं कि ये चुनाव अभी भी उन लोगों के बीच है, जिनमें से एक अपने पूरे जीवन में आम लोगों के लिए लड़ता आया है और दूसरे ने हमेशा अपनी फिक्र की है। एक सच बोलता है और जिसे पता है कि सही क्या है। वहीं दूसरा अपने फायदे के लिए झूठ बोलता है। बीती रात से भी कुछ नहीं बदला है और यही वजह है कि नवंबर के चुनाव में बहुत कुछ दांव पर है।'
बाइडन ने भी स्वीकारा- अब वे जवान नहीं रहे…
अटलांटा की बहस में ट्रंप के सामने कमजोर साबित होने के बाद बाइडन को भी इसका अहसास था। यही वजह है कि बहस के बाद बाइडन ने नॉर्थ कैरोलिना में एक जनसभा को संबोधित किया। इस जनसभा में बाइडन जोश में दिखे और उन्होंने अपने संबोधन के दौरान स्वीकार किया कि 'वे भी मानते हैं कि अब वे जवान नहीं रहे हैं। पहले की तरह आसानी से चल नहीं पाते और आसानी से बातें नहीं कर पाते। हो सकता है कि पहले की तरह बहस भी न कर पाते हों, लेकिन मुझे पता है कि सच कैसे बताया जाता है।'