मुख्यमंत्री ने गुजरात को देश का पहला विकसित राज्य बनाने के ‘गुजरात गुणवत्ता संकल्प’ का शुभारंभ किया
गांधीनगर | मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत@2047’ के विजन को साकार करने में गुजरात क्वालिटी यानी गुणवत्तापूर्ण सेवा और सुविधाओं के माध्यम से अग्रणी बनने को तैयार है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण की मूलभूत शर्त क्वालिटी अर्थात गुणवत्ता है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया और स्किल इंडिया जैसे अभियानों को शानदार सफलता मिली है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने विश्वास व्यक्त किया कि अब ‘मोदी है तो मुमकिन है’ के विचार के साथ मोदी 3.0 सरकार गुणवत्ता के मामले में भी देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, और गुजरात इसमें अग्रणी योगदान देगा। मुख्यमंत्री ने यह बात भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया-क्यूसीआई) की ओर से गुरुवार को अहमदाबाद में आयोजित ‘गुजरात गुणवत्ता संकल्प’ एजेंडा परिसंवाद सत्र का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संतुष्टिकरण और विकास की राजनीति से एक नया इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि योजनाओं के सेचुरेशन से यह सुनिश्चित हुआ है प्रत्येक योजना का लाभ जरूरतमंद लाभार्थियों तक अवश्य पहुंचे। ऐसे जनहित एवं राष्ट्रसेवा के संकल्प के साथ जब गुणवत्ता जुड़ती है, तब जीवन जीने की सुगमता अर्थात ईज ऑफ लिविंग में वृद्धि होती है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने तीसरे कार्यकाल में भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प किया है, इसमें सभी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण आउटपुट (उत्पाद) के लिए हम सभी को तैयार रहना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात प्रधानमंत्री के सारे आह्वानों को स्वीकार कर विकास का रोल मॉडल और ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ बन गया है, जिसे और भी तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए ‘विकसित गुजरात@2047’ का रोडमैप तैयार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पॉलिसी ड्रिवन स्टेट के रूप में गुजरात ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, लॉजिस्टिक हैंडलिंग कैपेसिटी और ढांचागत सुविधाओं के कारण प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और स्टार्टअप में लगातार तीन वर्षों से अग्रणी राज्यों में से एक है। इसके साथ ही, फॉर्च्यून 500 कंपनियों में से लगभग 100 कंपनियां गुजरात में संचालित हैं, अब हमारा लक्ष्य है कि आने वाले समय में सेमीकंडक्टर, ग्रीन एनर्जी और निर्यात क्षेत्र में भी गुजरात देश का नेतृत्व करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की यह शुरुआत गुजरात के 5जी विकास मॉडल यानी गुणवान गुजरात, ग्रीन गुजरात, ग्लोबल गुजरात, गतिशील गुजरात और गर्वित गुजरात में गुणवत्ता का एक और ‘जी’ जोड़कर गुजरात को देश का पहला विकसित राज्य बनाने के संकल्प में एक नई दिशा देगी। मुख्यमंत्री ने गुणवत्ता सुधार के विभिन्न विषयों पर फलदायी चर्चा सत्रों के आयोजन और इस पूरे समारोह के लिए आयोजकों को बधाई दी। उद्घाटन सत्र में क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष जक्षय शाह ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि जिस तरह से ऐतिहासिक दांडी यात्रा की शुरुआत गुजरात से हुई थी, उसी तरह गुणवत्ता क्षेत्र में आमूल परिवर्तन लाने के लिए गुणवत्ता यात्रा भी गुजरात से शुरू हो रही है।