छत्तीसगढ़ में अभी तक की स्थिति में बारिश की स्थिति उतनी अच्छी नहीं है। एक जून से लेकर 15 जुलाई तक प्रदेश में 267.7 मिमी बारिश हुई है, जबकि अब तक 368.4 मिमी बारिश होनी चाहिए थी। इस प्रकार प्रदेश में सामान्य से 27 प्रतिशत बारिश कम हुई है। विभाग के अनुसार बुधवार से बस्तर क्षेत्र में बारिश में और बढ़ोतरी होगी। साथ ही कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के भी आसार है।
सोमवार सुबह से ही रायपुर के साथ ही प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बादल छाने के साथ ही हल्की बारिश भी हुई। रुक- रुक होती रही बारिश के चलते मौसम भी खुशनुमा रहा और उमस से लोगों को राहत मिली। राजिम में 15 सेमी, गोबरा-नवापारा में 9 सेमी, मैनपुर में 7 सेमी, अभनपुर में 5 सेमी, बड़ेराजपुर-कोरबा-कवर्धा में 4 सेमी, गरियाबंद-जांजगीर-बलौदा में 3 सेमी बारिश हुई, इसके साथ ही बहुत से क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले दिनों में भी प्रदेश में मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा और बुधवार 17 जुलाई से तो दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की भी संभावना है। साथ ही अब बारिश की गतिविधि में भी बढ़ोतरी होगी। हालांकि तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे मध्य बंगाल की खाड़ी तटीय ओडिसा के ऊपर बना हुआ है। इसके साथ ही ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किमी ऊंचाई तक फैला है। इसके प्रभाव से प्रदेश के बहुत से क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। वहीं कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के भी आसार है। एक निम्न दाब का क्षेत्र 19 जुलाई को उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बनने की संभावना है।