राजनीती

कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने कहा

नई दिल्ली । कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को पार्टी नेताओं से कहा कि कुछ ही महीनों में 4 राज्यों- महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने हैं। माहौल हमारे पक्ष में है। लोकसभा चुनाव में मिले जनता के समर्थन और भावनाओं को हमें बरकरार रखना है।
सोनिया ने कहा कि हमें आत्मसंतुष्ट और अति आत्मविश्वासी नहीं बनना चाहिए। मैं यह कह सकती हूं कि यदि हम लोकसभा चुनावों की तरह ही 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो राष्ट्रीय राजनीति में भी बड़ा बदलाव आएगा। सोनिया गांधी पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल (संविधान सदन) में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में बोल रही थीं। इस दौरान पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, राहुल गांधी समेत सभी सांसद मौजूद थे।

समुदायों को बांटने में जुटी मोदी सरकार
सोनिया गांधी ने कहा कि हमें लगा था कि मोदी सरकार लोकसभा चुनाव में लगे बड़े झटके से सबक लेगी। लेकिन इसके बजाय वह समुदायों को बांटने और डर फैलाने की अपनी नीति पर कायम है। बजट में किसानों और युवाओं की मांगों को नजरअंदाज कर दिया गया। कई महत्वपूर्ण सेक्टर के साथ बजट आवंटन में न्याय नहीं किया गया है। लोगों में निराशा है। केंद्र सरकार आत्मभ्रम में है। देश भर में करोड़ों परिवार बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई से तबाह हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के रास्ते में दुकानदारों के नाम लिखने के यूपी-उत्तराखंड सरकार के आदेश पर सौभाग्य से सुप्रीम कोर्ट ने सही समय पर हस्तक्षेप किया। यह केवल कुछ समय के लिए राहत हो सकती है।

संसद का कोई भी सत्र न छोड़ें


ब्यूरोक्रेसी को आरएसएस के कार्यक्रमों में जाने की परमिशन देने के लिए अचानक नियमों को बदला जा रहा है। आरएसएस खुद को एक सांस्कृतिक संगठन कहता है, लेकिन पूरी दुनिया जानती है कि यह भाजपा का राजनीतिक और वैचारिक आधार है। आपसे में कई लोग पहली बार सांसद बने हैं। कल हमारा ओरिएंटेशन प्रोग्राम था। ऐसे और भी मौके आएंगे। आपको पूरी तरह से तैयार रहना है। संसद का कोई भी सत्र न छोड़ें। अलर्ट रहे और कमेटी के कामों को गंभीरता से लें।

विधानसभा चुनावों को लेकर भरा जोश


सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव की संभावना के मद्देनजर पार्टी नेताओं में जोश भरने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि कुछ ही महीनों में चार राज्यों में चुनाव होने हैं। हमें लोकसभा चुनाव में बनी स्थिति को बरकरार रखना चाहिए। हमें आत्मसंतुष्ट और अति आत्मविश्वासी नहीं बनना चाहिए। माहौल हमारे पक्ष में है, लेकिन हमें लक्ष्य को ध्यान में रखने की भावना के साथ एकजुट होकर काम करना होगा। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि यदि कांग्रेस आगामी चुनावों में भी बेहतर प्रदर्शन करती है तो राष्ट्रीय राजनीति में बदलाव आएगा। उन्होंने वायनाड में भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों की मौत पर दुख जताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय बजट में किसानों और युवाओं को नजरअंदाज किया गया है।

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