LIC में आपका भी है बकाया पैसा? अनक्लेम्ड राशि चेक करने और क्लेम करने की आसान प्रोसेस
जिस तरह बैंक में लंबे समय से करोड़ों रुपये अनक्लेम्ड हैं, उसी तरह जीवन बीमा निगम (LIC) की भी कई स्कीम्स के करोड़ों रुपये अनक्लेम्ड पड़े हैं। ऐसे में सवाल आता है कि आखिर एलआईसी में करोड़ों रुपये अनक्लेम्ड क्यों पड़े हैं। इसका जवाब है कि एलआईसी की कई स्कीम्स लॉन्ग टर्म होती है। इन स्कीम्स के लिए ग्राहक को मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना प्रीमियम देना होता है।
कई बार ग्राहक किसी परेशानी या फिर ज्यादा प्रीमियम होने की वजह से पॉलिसी सरेंडर नहीं करवाते हैं। ऐसे में उनके पैसे एलआईसी के पास ही रह जाते हैं। लंबे समय से उन पैसों पर कोई क्लेम न होने की वजह से उसे अनक्लेम्ड अमाउंट घोषित कर दिया जाता है। इसके अलावा अगर पॉलिसी होल्डर की मृत्यु हो जाती है और नॉमिनी द्वारा लंबे समय तक क्लेम नहीं किया जाता है तब भी उस राशि को Unclaimed Amount माना जाता है।
एलआईसी ने बताया कि उसके पास करोड़ों रुपये का अनक्लेम्ड अमाउंट के तौर पर पड़े हैं। इन अमाउंट के लिए कोई दावेदार नहीं कर रहा है। अगर आप के पास भी एलआईसी की स्कीम्स थी, जिसमें पैसे बकाए पड़े हैं तो आज आप आपको बताएंगे कि आप कैसे अनक्लेम्ड राशि को ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इसके अलावा इस अमाउंट के लिए क्लेम करने का प्रोसेस क्या है?
एलआईसी अपने पॉलिसीहोल्डर को यह सुविधा देता है कि वह आसानी से ऑनलाइन डेथ क्लेम, मैच्योरिटी क्लेम, प्रीमियम रिफंड या अनक्लेम्ड राशि को चेक कर सकते हैं।
Unclaimed Amount कैसे चेक करें
एलआईसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
अब Unclaimed Amounts of Policyholders के ऑप्शन को सेलेक्ट करें।
इसके बाद पॉलिसी नंबर, पॉलिसीहोल्डर का नाम, जन्मतिथि,पैन कार्ड आदि जानकारी दें।
सभी जानकारी देने के बाद सबमिट पर क्लिक करें और आपको स्क्रीन पर अनक्लेम्ड राशि शो हो जाएगी।
क्लेम कैसे करें
अनक्लेम्ड अमाउंट को क्लेम करने के लिए आपको एलआईसी के ऑफिस में संपर्क करना होगा। यहां आपको आवेदन देना होगा और फिर केवाईसी करवाने के लिए जरूरी दस्तावेज देने होंगे। डॉक्यूमेंट सबमिट करने के बाद एलआईसी की ओर से बकाया राशि के भुगतान का प्रोसेस शुरू हो जाएगा।
IRDAI का निर्देश
IRDAI ने साफ कहा है कि इंश्योरेंस कंपनियों को अपने पोर्टल पर अनक्लेम्ड अमाउंट और अनक्लेम्ड अकाउंट की जानारी देनी होगी। 100 रुपये से ज्यादा राशि के क्लेम की भी जानकारी पोर्टल पर होनी चाहिए।