झारखंड जमीन घोटाले में बड़ा मोड़, ED कोर्ट ने 11 आरोपियों की बढ़ाई टेंशन
ईडी कोर्ट ने बड़गाई अंचल के 8.46 एकड़ जमीन घोटाले में निलंबित राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद सहित 11 आरोपितों की न्यायिक हिरासत अवधि 16 नवंबर तक बढ़ा दी है। इससे पूर्व जेल में बंद आरोपितों को वीसी के माध्यम से न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
पेशी के बाद न्यायालय ने भानु प्रताप प्रसाद, अंतु तिर्की, सद्दाम, अफसर अली, विपिन कुमार सिंह, प्रियरंजन सहाय, इरसाद अख्तर, शेखर कुशवाह, हजारीबाग का कोर्ट कर्मी इरशाद, कोलकाता के रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस के कर्मी तापस घोष और चौकीदार संजीत कुमार की न्यायिक हिरासत अवधि अवकाश को देखते हुए छह सप्ताह बढ़ा दी है।
हेमंत सोरेन की ओर से भी लगाई गई हाजिरी
इस मामले में जमानत पर चल रहे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से हाजिरी दी गई। जबकि तीन आरोपित आर्किटेक्ट बिनोद कुमार सिंह, जमीन के मूल रैयत राजकुमार पाहन एवं मनोज कुमार यादव व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में जज के सामने हाजिरी लगाई।
पूर्व मंत्री आलमगीर आलम सहित आठ की हिरासत अवधि बढ़ी
ईडी कोर्ट ने मनी लांड्रिंग करने के आरोपित पूर्व मंत्री आलमगीर आलम, निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम सहित आठ आरोपितों की न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ा दी है। इससे पहले जेल में बंद आरोपितों को वीसी के माध्यम से शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया। जमानत पर चल रहे तीन आरोपितों ने कोर्ट के समक्ष हाजिरी लगाई।
अदालत ने अगली पेशी की तिथि 12 नवंबर की निर्धारित की है। मामले में अगली तिथि को आरोपितों पर आरोप गठन पर सुनवाई होगी। सभी को पुलिस पेपर सौंप दिया गया है। मामले में आलमगीर आलम, उनका आप्त सचिव संजीव कुमार लाल, नौकर जहांगीर आलम, वीरेंद्र राम, आलोक रंजन, नीरज मित्तल, सहयोगी तारा चंद एवं राम प्रकाश भाटिया की पेशी की गई। जबकि गेंदा राम, राजकुमारी एवं मुकेश मित्तल ने हाजिरी लगाई।