राजनीती

आज विजय दिवस पर राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी समेत अनेक नेताओं ने दी जवानों को श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। आज देश 1971 की जंग में मिली जीत का विजय दिवस मना रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने वीर सैनिाकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने 1971 के जंग में शामिल जवानों को श्रद्धांजलि दी है। साथ ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों को सलामी पेश की। 
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वीर सैनिकों की शहादत को याद करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि विजय दिवस पर मैं उन वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं, जिन्होंने 1971 के युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए भारत को विजय दिलाई। राष्ट्र हमारे वीर जवानों के सर्वोच्च बलिदान को याद करता है।
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा- आज विजय दिवस पर हम उन बहादुर सैनिकों के साहस और बलिदान का सम्मान करते हैं जिन्होंने 1971 में भारत की ऐतिहासिक जीत में योगदान दिया है। उनके निस्वार्थ समर्पण और अटूट संकल्प ने हमारे देश की रक्षा की और हमें गौरव दिलाया। पीएम मोदी ने आगे कहा कि यह दिन उनकी असाधारण वीरता और उनकी अडिग भावना को श्रद्धांजलि है। उनका बलिदान हमेशा पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और हमारे देश के इतिहास में गहराई से समाया रहेगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर ट्वीट कर कहा- देश जवानों के बलिदान और सेवा को कभी नहीं भूलेगा। आज विजय दिवस के खास मौके पर भारत के सशस्त्र बलों की बहादुरी और बलिदान को सलाम करता हूं। उनके अटूट साहस और देशभक्ति ने सुनिश्चित किया कि हमारा देश सुरक्षित रहे। भारतीय वायु सेना ने भी एक्स पर एक पोस्ट में 16 दिसंबर को समाप्त हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपनी भूमिका पर प्रकाश डाला। 
उन्होंने पोस्ट में लिखा 1971 का भारत-पाक युद्ध 16 दिसंबर 1971 को लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी के बिना शर्त आत्मसमर्पण के साथ खत्म हुआ, जो एक स्वतंत्र बांग्लादेश के जन्म का प्रतीक था। यह ऐतिहासिक क्षण एक समन्वित सैन्य प्रयास के माध्यम से हासिल किया गया था, जिसमें भारतीय वायु सेना ने 13-दिवसीय संघर्ष में त्वरित और निर्णायक परिणाम तय करने में अहम भूमिका निभाई, जिसे उपयुक्त रूप से बिजली युद्ध कहा गया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर विजय दिवस के मौके पर देश के वीरों को याद किया। उन्होंने लिखा कि विजय दिवस के गौरवशाली अवसर पर हमारे सशस्त्र बलों के शौर्य, समर्पण और संकल्प को नमन करता हूं। भारत की संप्रभुता की रक्षा करते हुए बांग्लादेश को अन्याय से मुक्त करवाने वाले, 1971 के युद्ध के सभी वीरों के अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को देश सदा याद रखेगा।

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