पुलिस बैंड सांस्कृतिक परंपरा, प्रेरणा और अनुशासन का प्रतीक: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हमारी पुलिस बैंड की परंपरा सिर्फ संगीत नहीं, बल्कि यह हमारी राष्ट्रीयता, अनुशासन और गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है। चाहे वह स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 'कदम-कदम बढ़ाए जा' की धुन हो या वैदिक काल के शंखनाद, संगीत ने हमेशा से हमारी संस्कृति और संघर्षों को दिशा दी है। बीते समय में पुलिस बैंड की इकाइयां धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही थीं। इसे पुन:जागृत करने के उद्देश्य से निर्णय लिया कि हर जिले में एक पुलिस बैंड होना चाहिए। यह न केवल हमारे सशस्त्र बल की गरिमा को बढ़ाता है, बल्कि त्यौहारों, राष्ट्रीय पर्वों और विशेष आयोजनों में देशभक्ति की भावना को भी जागृत करता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार प्रांगण में जनकल्याण पर्व पर आयोजित पुलिस बैण्ड के प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी पुलिस केवल कानून-व्यवस्था तक सीमित नहीं है। कोरोना महामारी जैसे कठिन समय में पुलिस ने अनुशासन और समर्पण का अद्भुत परिचय दिया। उनके इस प्रयास को प्रोत्साहित करना हमारी जिम्मेदारी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी पुलिस बैंड के प्रत्येक जवान को 10-10 हजार रूपए पुरस्कार स्वरूप देने की घोषणा भी की है।
भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज इस अद्भुत आयोजन में आप सभी के बीच उपस्थित होकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हुई है। जनकल्याण पर्व के अंतर्गत आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में पुलिस बैंड की शानदार प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया है। मैं सभी कलाकारों और उनके प्रशिक्षकों को हृदय से बधाई देता हूं।
पुलिस आयुक्त भोपाल हरिनारायणचारी मिश्रा ने कहा कि पिछले एक वर्ष के दौरान किये गये कार्यों के अनुसार जनकल्याण पर्व की अद्भुत श्रृंखला में आज का यह कार्यक्रम बेहद अहम है। बीते वर्ष पुलिस विभाग ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व और मार्गदर्शन में कई नए आयाम स्थापित किए हैं। विशेषकर संगठित अपराधों में कमी आई है, महिला संबंधी अपराधों में भी सुधार हुआ है और संस्थागत स्तर पर अनेक बड़े बदलाव हुए हैं।
’’मुख्यमंत्री जन कल्याण पर्व एवं विजय दिवस” के अवसर पर आयोजित मध्यप्रदेश पुलिस बैंड के भव्य आयोजन में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, विधायक भगवानदास सबनानी, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, एडीजी राकेश गुप्ता सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
जनकल्याण पर्व: पुलिस विभाग के नवाचार
पुलिस आयुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के अंतर्गत पुलिस विभाग ने नए कदम उठाए। विशेषकर पुलिस बैंड का पुनर्गठन इसका एक बड़ा उदाहरण है। आपकी पहल पर बैंड का पुनर्गठन हुआ और इसे नई दिशा देने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस ने अपने बैंड प्रशिक्षण को देश के बेंगलुरु जैसे सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण केंद्रों में भेजा। इसका परिणाम रहा कि हमारे प्रशिक्षुओं ने वहां प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का विजन हमें केवल कानून-व्यवस्था तक सीमित न रहकर जनता के साथ अपनी सहभागिता बढ़ाने के लिये प्रेरित करता है। इसी दृष्टिकोण को साकार करने के लिए आज का यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव को एडीजी राकेश गुप्ता ने सैक्सोफोन (वाद्य यंत्र) स्मृति चिह्न के रूप में भेंट किया। सेनानी 7वीं वाहिनी भोपाल हितेश चौधरी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस बैंड के पुनर्गठन से देश भक्ति और अनुशासन की भावना को मजबूती मिली है। मध्यप्रदेश पुलिस जन सेवा और न्याय के लिए सदैव समर्पित है।