जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने जारी की 20 उम्मीदवारों की सूची
नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी ने जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषण की थी। इसी क्रम में रविवार को समाजवादी पार्टी की ओर से उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की गयी। पहली सूची में समाजवादी पार्टी ने 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है।
समाजवादी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए 20 उम्मीदवारों के नामों सूची जारी की है। सपा के अनुसार अखिलेश यादव भी चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे। पार्टी ने स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी कर दी है। समाजवादी पार्टी ने हजरतबल से शाहिद हुसैन, बुडगाम से जी मकबूल शाह, बीरवाह से नासिर अहमद डार, हब्बाकादल से मोहम्मद फारूख खान और ईदगाह से मेहराजउद्दीन अहमद को उम्मीदवार बनाने की घोषण की है। बारामुला से मंजूर अहमद और बांडीपोरा से गुलाम मुस्तफा को उम्मीदवार बनाया गया है।
जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने और केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा मिलने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहा है। विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आपस में सीटों पर समझौता किया है। अखिलेश यादव ने पहले समर्थन करने का ऐलान किया था।
चुनाव प्रचार करेंगे अखिलेश यादव
इससे पहले समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि अगर राज्य इकाई चाहेगी तो वह पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। समाजवादी पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में अखिलेश यादव का नाम शामिल है। अखिलेश यादव ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ना पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद यह पहला चुनाव है। साथ ही, यह राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने की दिशा में भी एक कदम है जिसे छोटे राज्यों में चुनाव लड़कर हासिल करना आसान है।
राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने के लिए समाजवादी पार्टी का चुनाव लड़ना जरूरी है। राष्ट्रीय दर्जा के लिए एक पार्टी को चार या अधिक राज्यों में विधानसभा (या लोकसभा) चुनावों में कम से कम 6 फीसदी वोट प्राप्त होने चाहिए और उसके पास कम से कम चार लोकसभा सदस्य होने चाहिए।
90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए विधानसभा चुनाव तीन चरणों में कराने का ऐलान चुनाव आयोग ने किया है। पहले चरण में 18 सितंबर को, दूसरे चरण में 25 सितंबर को और तीसरे चरण में 1 अक्टूबर मतदान होंगे। चुनाव को लेकर जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी हैं। सभी राजनीतिक दल चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे है।